Monday, December 8, 2014

सुबह...

नीले आसमां तले
हरी लिबास में
आई है गुलाबी सुबह

सौम्य
मुस्कुराती हुई
ओस के साथ
फूलों को खिलाने
भंवरों को जगाने के लिए

पंछी भी कर रहे हैं स्वागत
अपनी सुबह का
चहचहाहट के साथ

कह रहे हैं
आओ सुबह
तुम्हारा स्वागत है
हमेशा की तरह
आज भी.

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