कलम की काली स्याही से...
Saturday, April 27, 2013
बारिश...
बादल उमड़ेंगे-घुमड़ेंगे
आसमान में अठखेलियां करेंगे
तभी तो होगी बारिश
मौसम खुशगवार होगा
हरियाली होगी
फूल भी खिलेंगे
बनेगा इंद्रधनुष
खु
श होगा वो मन
जो बारिश पर झूमता है
नाचता है...
और कभी-कभी गाता भी है
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